Paradox of India
1. बाल ठाकरे आस्ट्रेलिया में भारतीयों पर हमले का विरोध करते है , आस्ट्रेलियन क्रिकेटरों के मुंबई में
ना खिलाने की धमकी देते है , अगले ही दिन सामना में उत्तर भारतीयों को मुंबई छोड़ने की धमकी देते है .
२. राज ठाकरे तमाम उत्तर भारतीयों के खिलाफ जहर उगलते है और लोगो को उस्काते है , फलस्वरूप मुंबई में उत्तर भारतीयों के खिलाफ तोड़ फोड़ होती है , एक बिहारी छात्र और उत्तर प्रदेश के एक मजदूर की मौत हो जाती है, सरकार के पास करने के लिए बहुत कुछ है पर केवल बयान आते है , कारवाई नहीं होती है
३ .राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग , हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट , से बाटला हाउस एन्कोउन्टर में दिल्ली पुलिस को क्लीन चीट मिलती है , तभी कांग्रेस के महासचिव को बाटला हाउस एन्कोउन्टर में
पोलिस की भूमिका पर संदेह होता है.
४. थ्री इडियट्स ( बाल ठाकरे , उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ) पर NSA क्यों नहीं लगता जबकि ये लगातार देश की एकता और अखण्डता का बलात्कार कर रहे है .
सिरीज जारी है ..........
1 comments:
जिस देश में नेता भी आयातित हो ,वहां ये सब तो एक दिन होना ही है...!अब इससे ज्यादा दुर्भाग्य देश का क्या हो सकता है?
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