Pages

Ads 468x60px

Featured Posts

Tuesday, October 26, 2010

भटका हुआ देवता

ये तस्वीर हरिद्वार के शांति कुञ्ज की है . माधव का मुंडन कराने जब मै हरिद्वार गया था , ये तब की तस्वीर है ."भटका हुआ देवता"के नीचे कई आईने रखे हुवे है . इस आईने में खुद को देखना है और अपने अंदर के देवता को ढूढना है और भटकाव को महसूस करना है . मनुष्य देवत्व के बहुत करीब हो़ता है, हमें शायद अपने अंदर झांकने की जरुरत है .







Monday, September 27, 2010

गेम्स विलेज में कोबरा

जी हां सही पढ़ा आपने , कल गेम्स विलेज में किंग कोबरा पकड़ा गया .


Wednesday, September 15, 2010

कुछ हाल की तसवीरें

आस्था का सैलाब , NH-8 Delhi
आस्था का सैलाब ,NH-8 Delhi
दिल्ली , ११/०९/२०१


अक्षरधाम दिल्ली (११/०९/२०१०)

काश्मीर : सुबह कब होगी !




शाहजहाँ की नजर से ताज



Monday, August 30, 2010

बलखाती यमुना

करीब सात साल से यमुना के किनारे से होकर रिंग रोड से अपने ऑफिस जाता हूँ . कभी कभी ही ( केवल बरसात के कुछ दिन ) अहसास होता है की एक पुराणिक नदी के किनारे किनारे जा रहा हूँ . इन दिनों भी यही अहसास हो रहा है , यमुना वाकई नदी बन गयी है , उफान लेती हुई नदी , बलखाती हुई नदी , अभिमानी नदी , स्वाभीमानी नदी. आज कल यमुना को देख एक नदी का एहसास होता है.














(सबसे नीचे को छोड़कर सारी तसवीरें बस अड्डा , चंदगी राम अखाड़े से ली हुई है )

Monday, June 28, 2010

तो कैसी आयेंगी अगली सानिया ?


ऊपर की तस्वीर अहमदाबाद के हेल्थ क्लब की है . मुस्लिम लडकियां बुर्के पहन कर अभ्यास कर रही है , क्या बुर्का यहाँ भी जरुरी है ?
और अगर ये सही है तो अगली सानिया क्या आ पाएंगी !

 

Sample text

Sample Text